After 286 days in Space, Sunita Williams returns to Earth safely
भारतीय मूल की अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री Sunita Williams ने अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर 286 दिनों का सफल मिशन पूरा करने के बाद पृथ्वी पर 19 march 2025 को 3:27AM(IST) पर सुरक्षित वापसी की है। उनकी मुस्कान और हाथ हिलाते हुए वापसी की तस्वीरें दुनियाभर में प्रसारित हुईं, जो उनके साहस और समर्पण का प्रतीक हैं।
SpaceX के अंतरिक्ष कैप्सूल Crew Dragon ने फ्लोरिडा के तट से दूर समुद्र में उतरने से पहले अपना पैराशूट खोल दिया। दोनों अंतरिक्ष यात्री नासा के निक हेग और रोस्कोस्मोस अंतरिक्ष यात्री अलेक्सांद्र गोरबुनोव के साथ 17 घंटे की यात्रा करके घर लौटे।
Splashdown of Dragon confirmed – welcome back to Earth, Nick, Suni, Butch, and Aleks! pic.twitter.com/M4RZ6UYsQ2
— SpaceX (@SpaceX) March 18, 2025
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पिछले बिडेन प्रशासन पर उन्हें छोड़ने और भूलने का आरोप लगाया है। व्हाइट हाउस ने मिशन की सफलता पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप ने “वादा किया और उसे निभाया।”
मिशन की शुरुआत और उद्देश्य
Sunita Williams और उनके साथी अंतरिक्ष यात्री Butch Wilmore जून 2024 में बोइंग के स्टारलाइनर कैप्सूल के माध्यम से ISS के लिए रवाना हुए थे। इस मिशन का मुख्य उद्देश्य अंतरिक्ष में अनुसंधान और तकनीकी परीक्षण करना था, जो भविष्य के अंतरिक्ष अभियानों के लिए महत्वपूर्ण साबित होंगे।
तकनीकी चुनौतियाँ और मिशन की अवधि
मूल रूप से यह मिशन केवल 8 दिनों का था, लेकिन स्टारलाइनर कैप्सूल में तकनीकी खामियों के कारण उनकी वापसी में देरी हुई, जिससे मिशन की अवधि बढ़कर 286 दिनों तक पहुँच गई। इस दौरान, नासा और स्पेसएक्स ने मिलकर उनकी सुरक्षित वापसी के लिए विभिन्न विकल्पों पर काम किया।
SpaceX के Crew Dragon के माध्यम से वापसी
विभिन्न तकनीकी समस्याओं के कारण, नासा ने स्पेसएक्स के क्रू ड्रैगन कैप्सूल के माध्यम से Sunita Williams और Butch Wilmore को वापस लाने का निर्णय लिया। यह कैप्सूल नियंत्रित तरीके से पृथ्वी के वायुमंडल में प्रवेश करता है और अटलांटिक महासागर या मैक्सिको की खाड़ी में लैंड करता है, जहाँ रिकवरी टीमें अंतरिक्ष यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकालती हैं।
वापसी के दौरान अनुभव और भावनाएँ
वापसी से पहले, Sunita Williams ने कहा, “यह Butch और मेरी तीसरी उड़ान है। हमने इसे एक साथ लाने में मदद की, और हमने इसे वर्षों में बदलते देखा है। यहाँ रहने से हमें एक अनूठा अनुभव मिला है।” उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें अंतरिक्ष की हर चीज याद आएगी।
Sunita और Butch के लिए आगे की चुनौतियाँ
हड्डियों और मांसपेशियों की कमजोरी, विकिरण जोखिम और दृष्टि हानि कुछ ऐसी चुनौतियाँ हैं जिनका सामना अंतरिक्ष यात्रियों को लंबे समय तक रहने के बाद पृथ्वी पर लौटने पर करना पड़ता है।
गुरुत्वाकर्षण की कमी के कारण हड्डियों का घनत्व काफी कम हो जाता है और अक्सर इसकी भरपाई नहीं हो पाती। नासा के अनुसार, अंतरिक्ष में हर महीने अंतरिक्ष यात्रियों की वजन सहने वाली हड्डियाँ लगभग एक प्रतिशत कम घनी हो जाती हैं, अगर वे इस कमी को दूर करने के लिए सावधानी नहीं बरतते हैं।
निष्कर्ष
सुनीता विलियम्स की यह लंबी और चुनौतीपूर्ण यात्रा न केवल उनके व्यक्तिगत धैर्य और समर्पण का प्रमाण है, बल्कि यह अंतरिक्ष अनुसंधान के क्षेत्र में तकनीकी चुनौतियों का सामना करने और उन्हें सफलतापूर्वक पार करने की मानव क्षमता को भी दर्शाती है। उनकी सुरक्षित वापसी ने एक बार फिर साबित किया है कि समर्पण, टीमवर्क और तकनीकी कौशल के माध्यम से हम अंतरिक्ष के अन्वेषण में नई ऊँचाइयों को छू सकते हैं।